अब हर कॉल से पहले नहीं बजेगी अमिताभ बच्चन की कॉलर ट्यून, सरकार ने लिया बड़ा फैसला
itabh Bachchan Caller Tune: सरकार ने अमिताभ बच्चन की आवाज़ में चलने वाली साइबर सुरक्षा कॉलर ट्यून को लेकर बड़ा फैसला लिया है। अब यह कॉलर ट्यून हर कॉल पर नहीं बजेगी, बल्कि दिन में सिर्फ दो बार ही सुनाई देगी। लगातार मिल रही शिकायतों, खासकर इमरजेंसी कॉल्स में हो रही देरी और सोशल मीडिया पर उठी नाराज़गी के बाद यह कदम उठाया गया है। इस कॉलर ट्यून का मकसद भले ही लोगों को जागरूक करना था, लेकिन इसकी बार-बार repetition से लोग परेशान हो चुके थे।

Amitabh Bachchan Caller Tune Stop Trick: साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए भारत सरकार ने कुछ समय पहले हर कॉल से पहले अमिताभ बच्चन की आवाज़ में एक चेतावनी संदेश (cyber security warning) जारी किया था। लेकिन इस कॉलर ट्यून को लेकर काफी समय से यूजर्स की तरफ से नाराज़गी जताई जा रही थी। अब संचार मंत्रालय ने इसमें बदलाव करते हुए तय किया है कि यह मैसेज दिन में सिर्फ दो बार ही बजेगा।
करीब 40 सेकंड लंबा यह ऑडियो मैसेज हर इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल से पहले सुनाई देता था, जिसमें यूजर्स को साइबर फ्रॉड, फेक कॉल्स और फर्जी OTP से सतर्क रहने की सलाह दी जाती थी। लेकिन इसकी वजह से कई लोगों की ज़रूरी और इमरजेंसी कॉल्स में देरी हो रही थी, जिस पर सोशल मीडिया से लेकर TRAI और दूरसंचार मंत्रालय तक शिकायतें पहुंच रही थीं।
यूजर्स ने सोशल मीडिया पर खुलकर अपनी परेशानी जाहिर की। कुछ ने इसे “कानों का दुख” कहा तो कुछ ने सरकार से इसे तुरंत बंद करने की अपील की। यही नहीं, कई लोग इस ट्यून के लिए सीधे अमिताभ बच्चन से भी सवाल करने लगे।
दरअसल, कुछ दिन पहले एक यूजर ने ट्विटर पर बिग बी को टैग करते हुए लिखा था – “फोन पर बोलना बंद करो भाई।” इसके जवाब में अमिताभ बच्चन ने बेहद सटीक अंदाज में कहा – “सरकार को बोलो भई, उन्होंने हमसे कहा सो किया।” उनके इस जवाब ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी थी।
सरकार ने मानी जनता की बात, आया अपडेट
सरकार की तरफ से अब साफ किया गया है कि यह साइबर चेतावनी कॉलर ट्यून (cyber awareness caller tune) अब हर कॉल से पहले नहीं बजेगी। इसे दिन में केवल दो बार प्रसारित किया जाएगा, ताकि जरूरी कॉल्स में बाधा न आए और इमरजेंसी में देरी भी न हो।
संचार मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि यह ट्यून इमरजेंसी सर्विसेस जैसे पुलिस, एंबुलेंस आदि नंबरों पर पहले से ही लागू नहीं थी, और अब आम कॉल्स पर भी इसकी फ्रीक्वेंसी सीमित कर दी गई है।
इस कॉलर ट्यून का मकसद क्या था?
यह ऑडियो मैसेज देशभर की टेलीकॉम कंपनियों द्वारा सरकार के निर्देश पर लगाया गया था। इसमें लोगों को सावधान किया जाता है कि वे किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, अज्ञात नंबर से आए OTP किसी से साझा न करें और साइबर फ्रॉड से बचें।
हालांकि इसके उद्देश्य को लेकर कोई सवाल नहीं था, लेकिन बार-बार हर कॉल पर इसे सुनना आम लोगों के लिए झुंझलाहट की वजह बन गया था। अब सरकार की ओर से लिए गए इस फैसले से राहत की उम्मीद की जा रही है।